*गुरु डॉक्टर सुखबीर सिंह के निधन पर आयोजित शोक सभा में भावुक हुए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर, कहा जीवन को दिशा प्रदान करने वाले गुरु के निधन से हूं व्यथित*
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व वायस चांसलर रहें और गाजियाबाद स्थित शम्भू दयाल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर सुखबीर सिंह के 70 वर्ष की उम्र में हृदयगति रुकने के कारण हुए आकस्मिक निधन पर आयोजित शोकसभा में विधायक नंदकिशोर गुर्जर समेत कई बुद्दिजीवियों ने पहुंचकर पुष्प अर्पित कर उनके सफल एवं समाजिक जीवन को रेखांकित किया।
एसडी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य के डॉक्टर सुखबीर सिंह के शिष्य रहें लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बुधवार को उनके इंदिरापुरम आवास पर आयोजित शोकसभा रसमपगड़ी में शामिल होकर पुष्प अर्पित किया। विधायक ने अपने गुरु से संबंधित संस्मरण को याद करते हुए कहा कि मुझे राजनीति में लाने वाले आदरणीय डॉक्टर सुखबीर सिंह थे।
मैंने 2003 में इंजीनियरिंग करने के बाद MA में प्रवेश लिया तो मैं राजनीति विज्ञान लेना चाहता था लेकिन उस समय कॉलेज के इतिहास के प्रवक्ता एवं प्राचार्य डॉक्टर सुखबीर सिंह जी ने यह कहते हुए इतिहास लेने का सुझाव दिया कि भविष्य में इतिहास के छात्र ही इतिहास रचते है। मैंने छात्र राजनीति शुरू की और जब छात्र संघ चुनाव बहाल हुए तो मुझे किसी दल ने टिकट नहीं दिया तो मैंने चुनाव लड़ने का विचार त्याग दिया । छात्रों के चुनाव लड़वाने की जिद्द को देखते हुए मुझे गुरुजी ने आफिस में बुलाया और बुलाकर चुनाव लड़ने का सुझाव दिया मैंने कहा मुझे टिकट नही मिला है चुनाव लड़ने के लिए कागज भी नही है। गुरुजी ने तुरंत कागज निकलवाकर मेरा फॉर्म और चुनाव की फीस जमा की। मैं हैरान था, जब मैंने कहा कि मैंने हमेशा कॉलेज बन्द करवाया है, कक्षाओं का विरोध तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि मैंने आपके अंदर मुद्दों पर लड़ने का जज्बा और ईमानदारी देखी और एक ऐसा नेतृत्व देखा है जो समाज और देश के लिए आवश्यकता है इसलिए आपको चुनाव लड़ना चाहिए। मैंने गुरुजी के कहने पर चुनाव लड़ा जबकि मेरा परिवार मेरे चुनाव के सख्त खिलाफ थे वे नहीं चाहते थे कि मैं इंजीनियरिंग करने के बाद चुनाव लड़ूं। गुरुजी के कहने पर मैंने चुनाव लड़ा और विपक्षी उम्मीदवारों द्वारा लाखों खर्च करने के बावजूद मैंने सिर्फ़ उस समय में 1100 रुपये खर्च करके चुनाव जीता और बाकी सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई।
आज मैं जो भी हूँ गुरुजी के आशीर्वाद से हूं। उनके निधन से मैं मर्माहत हूँ, दुखी हूं। पिछले महीनों ही घंटों बैठकर उनसे चर्चा हुई थी। महादेव उनकी पवित्र आत्मा को श्री चरणों में स्थान दें। गुरुजी के निधन से मैंने अपना गार्जियन, अभिभावक, मार्गदर्शक खोया है। इतना कहते ही विधायक नंदकिशोर गुर्जर भावुक हो गए तभी एलआर कॉलेज के प्राचार्य संजय दत्त कौशिक व अन्य ने विधायक को ढांढस बंधाया।